एनआईटी में छात्र की मौत के मामले में हमीरपुर पुलिस की कार्रवाई, नशे का मुख्य सौदागर गिरफ्तार

एनआईटी हमीरपुर में छात्र की संदिग्ध मौत और नशा मिलने के मामले में स्थानीय पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। मामले में नशा तस्कर के आरोप में पहले से गिरफ्तार रजत शर्मा उर्फ गिफ्टी से पूछताछ के बाद पुलिस ने सोमवार देर रात नशे के मुख्य सौदागर आरोपी रवि चोपड़ा को उसके घर अणु कलां से गिरफ्तार किया है।


उसके पास से 1.60 ग्राम चिट्टा भी बरामद हुआ है। बता दें कि अणु कलां गांव एनआईटी और डिग्री कॉलेज हमीरपुर से सटा हुआ है। मंगलवार को कोर्ट ने आरोपी को रवि को पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पुलिस के मुताबिक रवि पूर्व में भी एनडीपीएस एक्ट में नामजद रहा है। आरोप है कि वह जिला हमीरपुर में नशे के कारोबार का मुख्य सौदागर है और इस पर छह अभियोग पूर्व में दर्ज हुए हैं। अब सातवां मामला दर्ज हुआ है।


रजत से पूछताछ में खुलासा हुआ कि वह रवि से नशा लेता था। वह उसे एनआईटी और अन्य जगह बेचता था। दोनों की मोबाइल कॉल डिटेल से पता चला कि वे लंबे समय से एक-दूसरे के संपर्क में थे और नशे की डील फोन पर ही होती थी। दोनों नशे के कारोबार में संलिप्त हैं। जांच में पाया गया कि रजत ने पिछले 20 दिन में रवि से लाखों रुपये का लेनदेन किया है।

नशे के मुख्य सौदागर रवि को चिट्टे समेत पकड़ा है। उसे अदालत में पेश किया गया। जहां से उसे पांच दिन की रिमांड पर भेज दिया गया। पुलिस मामले में जांच कर रही है। - डॉ. आकृति शर्मा, पुलिस अधीक्षक हमीरपुर
छात्र की मौत मामले में नामजद आरोपी न्यायिक हिरासत में भेजे
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) हमीरपुर के एमटेक प्रथम वर्ष के छात्र सूजल शर्मा की मौत मामले में नामजद चारों आरोपियों का पुलिस रिमांड मंगलवार को खत्म हो गया। जिला पुलिस ने चारों आरोपियों को मंगलवार दोपहर बाद हमीरपुर न्यायालय में पेश किया, जहां से इन्हें 6 नवंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस रिमांड के दौरान महज एक आरोपी रजत शर्मा ने कबूल किया कि वारदात की रात उसने एनआईटी परिसर में प्रवेश किया था।

लेकिन उसने वहां पर क्या किया और किन-किन लोगों को नशा बांटा, यह सूचना अभी तक पुलिस के हाथ नहीं लगी है। हालांकि आरोपियों से पूछताछ के दौरान कौन-कौन लोग चिट्टे का सेवन करते हैं, इसकी सूचना पुलिस को प्राप्त हुई है। पुलिस ने इन आरोपियों की शिनाख्त पर बीते दिन दबिश देकर चरस व चिट्टे के दो मामले पकड़े हैं।

22 अक्तूबर की रात को एनआईटी हमीरपुर का वार्षिक उत्सव हिलफेयर हुआ। देर रात तक इस कार्यक्रम में संस्थान के छात्रों ने भाग लिया। 23 अक्तूबर की सुबह एमटेक प्रथम वर्ष का छात्र सूजल शर्मा अपने छात्रावास के कमरे में मृत मिला था। हमीरपुर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर धारा 304 और एनडीपीएस एक्ट में बीटेक के दो छात्रों वर्णित वर्मा और वरुण शर्मा, नशा सप्लाई करने वाला रजत शर्मा और नशे की खेप के साथ पकड़े गए ईशांत राणा को गिरफ्तार किया था।

उधर, पुलिस अधीक्षक डॉ. आकृति शर्मा ने कहा कि चारों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस जिलेभर में नशे के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए अभियान चलाए रही है।

एनआईटी प्रकरण से कांप रही लोगों की रूह, सरकार और समाज नींद में: शांता कुमार

पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कहा कि एनआईटी हमीरपुर में छात्र की मौत के बाद शराब पीकर एक छात्रा के बेसुध होने के समाचार सुनकर हिमाचल के लाखों लोगों की रूह कांप रही होगी। देवभूमि हिमाचल में क्या हो रहा है। सबसे बड़ा दुर्भाग्य यह है कि सरकार और समाज सो रहे हैं। उन्होंने कहा कि इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि नशे के प्रकोप ने पूरे समाज को संक्रमित कर दिया है।


वह सरकार और समाज को फिर से सावधान करना चाहते हैं कि कानून और संस्कार दोनों का प्रबंध करना पड़ेगा। कानून का पालन करवाने के लिए डर की बहुत आवश्यकता है। नशे के प्रकोप के लिए सजा सख्त होनी चाहिए। नशा करने वाले ही नहीं, बल्कि नशा सप्लाई करने वाले बड़े लोगों पर सरकार हाथ डाले। इस प्रकार के लोग जनता की नजरों में हैं, जो कोई काम नहीं करते, लेकिन करोड़पति हो गए है।


उनमें अधिकतर नशे की सप्लाई करने वाले हैं। उन्होंने कहा कि केवल कानून से इस समस्या का समाधान नहीं होगा। नई पीढ़ी को संस्कार देने का प्रबंध भी जल्द करना पड़ेगा। कहा कि इतिहास में पहली बार इतना गंभीर संकट सामने आया है, लेकिन सरकार और समाज कुछ नहीं कर रहे।

Post a Comment

Latest
Total Pageviews