हिमाचल के 12,021 विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति पर रोक, उच्च शिक्षा निदेशालय ने जारी नहीं की किस्त

बैंक खाते से आधार नंबर नहीं जोड़ने पर हिमाचल प्रदेश के 12,021 विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति रोक दी गई है। उच्च शिक्षा निदेशालय ने अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को दी जाने वाली पोस्ट और प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना के तहत इन विद्यार्थियों को वर्ष 2022-23 की किस्त जारी नहीं की है।

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अब शैक्षणिक सत्र 2023-24 का बजट लेने के लिए सभी नियम पूरे करने को विश्वविद्यालयों, कॉलेजाें और स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं। आधार नंबर से नहीं जोड़े गए बैंक खातों वाले आवेदनों को अब शिक्षण संस्थान स्तर पर ही सत्यापित करने के लिए कहा गया है। अगर पात्र विद्यार्थी छात्रवृत्ति राशि लेने के लिए बैंक खाते को आधार नंबर से नही जोड़ते हैं तो ऐसे आवेदनों को सत्यापित नहीं करने के सख्त निर्देश भी दिए हैं।


शुक्रवार को उच्च शिक्षा निदेशालय ने सभी जिला उपनिदेशकों, निजी और सरकारी स्कूलों-कॉलेजों के प्रिंसिपलों सहित विश्वविद्यालयों के कुलपतियों और रजिस्ट्रार को आधार नंबर से बैंक खातों काे जोड़ने के लिए विद्यार्थियों को जागरूक करने के लिए कहा है। उच्च शिक्षा निदेशालय के अतिरिक्त निदेशक डॉ. हरीश कुमार की ओर से इस बाबत पत्र जारी किया गया है।

पत्र में बताया गया है कि केंद्र और राज्य सरकार की ओर से दी जाने वाले छात्रवृत्ति राशि को डीबीटी के माध्यम से विद्यार्थियों के बैंक खातों में दिया जाना अनिवार्य किया गया है। शैक्षणिक सत्र 2022-23 के दौरान अनुसूचित जाति की प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना में 7,230 विद्यार्थियों और पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना में 4,791 विद्यार्थियों को दी जाने वाली राशि रोक दी गई है।

रुकी छात्रवृत्ति लेने के लिए जल्द दुरुस्त करने होंगे बैंक खाते
केंद्र सरकार ने रुकी छात्रवृत्ति लेने के लिए विद्यार्थियों को अंतिम मौका देने का फैसला भी लिया है। इसके लिए सभी स्कूलों-कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में छात्रवृत्ति के कार्यों को देखने वाले प्रभारियों को स्वयं कक्षाओं में जाकर विद्यार्थियों को जागरूक करने के लिए कहा है। शिक्षकों की देखरेख में ही बैंक खातों को दुरुस्त करवाने के निर्देश दिए हैं। इसके बावजूद अगर कोई विद्यार्थी अपने बैंक खातों को आधार नंबर से नहीं जोड़ता है तो उसे छात्रवृत्ति राशि नहीं दी जाएगी।

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