किसानों को जीरो बजट खेती का पाठ पढ़ाएंगे सुभाष पालेकर, केंचुआ खाद के प्रयोग पर देंगे ज्ञान
शिमला— आंध्र प्रदेश में प्राकृतिक खेती के कंसेप्ट को लागू करने वाले सुभाष पालेकर हिमाचल के किसानों को भी जीरो बजट प्राकृतिक खेती का पाठ पढ़ाएंगे। सुभाष पालेकर को प्राकृतिक खेती को विकसित करने के लिए देश भर में जाना जाता है, जिनकी मदद अब हिमाचल प्रदेश भी लेने जा रहा है। सुभाष पालेकर हिमाचल पहुंच गए हैं, जो सोमवार को ऊपरी शिमला चिढ़गांव में राज्यपाल आचार्य देवव्रत के साथ लोगों से मिलने गए। प्रदेश सरकार ने उनका एक बड़ा कार्यक्रम यहां शिमला के पीटरहॉफ में आठ अगस्त को रखा है, जहां पर पूरे प्रदेश से किसानों को भी बुलाया गया है। यहां किसानों की अधिक से अधिक संख्या सुनिश्चित करने के लिए कृषि विभाग प्रयासरत है। यहां सुभाष पालेकर प्रदेश के किसानों को बताएंगे कि वह किस तरह से प्राकृतिक खेती कर सकते हैं और जीरो बजट खेती से उनका कितना लाभ होगा। सिर्फ उनका ही नहीं, बल्कि कृषि से होने वाले उत्पादन का लाभ आम लोगों को किस कद्र मिलेगा, इसकी विस्तृत जानकारी दी जाएगी। बताया जाता है कि महाराष्ट्र के रहने वाले सुभाष पालेकर ने आंध्र प्रदेश में प्राकृतिक खेती को इतना अधिक बढ़ावा दिया है कि आज वहां प्राकृतिक खेती ही की जा रही है। इसी तर्ज पर हिमाचल प्रदेश भी चाहता है कि यहां के किसान दवाइयों का पीछा छोड़कर गोबर पर आधारित खेती करें और केंचुआ खाद से तैयार होने वाली फसलों पर निर्भरता बढ़ाएं। इसी सिलसिले में हिमाचल प्रदेश के अधिकारियों की एक टीम कुछ समय पहले आंध्र प्रदेश के दौरे पर गई थी, जिसने वहां पर प्राकृतिक खेती के कंसेप्ट को बेहतरीन पाया और सुभाष पालेकर को हिमाचल की मदद के लिए कहा। उनके आग्रह पर यहां सुभाष पालेकर आए हैं जो आठ अगस्त को शिमला में किसानों को संबोधित करेंगे। इसके बाद प्रदेश सरकार उनके दो और कार्यक्रम मंडी और कांगड़ा में करवाने जा रही है, जिसमें वहां के किसानों को जुटाकर बताया जाएगा कि वह प्राकृतिक खेती किस तरह से कर सकते हैं। ओंकार शर्मा प्रधान सचिव कृषि ने बताया कि प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार विशेष कदम उठा रही है। सुभाष पालेकर यहां किसानों को विस्तृत जानकारी देंगे।
शून्य लागत खेती पर सम्मेलन कल
शिमला — कृषि विभाग द्वारा आठ अगस्त को शून्य लागत प्राकृतिक खेती पर शिमला के पीटरहॉफ में एक सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। राज्यपाल आचार्य देवव्रत सम्मेलन के मुख्यातिथि होंगे, जबकि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे। इस अवसर पर पद्मश्री सुभाष पालेकर विशेष आमंत्रित अतिथि होंगे। प्रवक्ता ने बताया कि सम्मेलन में पदमश्री सुभाष पालेकर शून्य लागत प्राकृतिक खेती पर कृषकों के साथ परिचर्चा कर उन्हें शून्य लागत प्राकृतिक खेती के बारे में जागरूक करेंगे। सम्मेलन में मंत्रिगण, जनप्रतिनिधि, राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी व प्रदेश के सभी जिलों के किसान बागबान भाग लेंगे।
The post आंध्र के बाद अब हिमाचल में प्राकृतिक खेती appeared first on Divya Himachal: No. 1 in Himachal news - News - Hindi news - Himachal news - latest Himachal news.
Read full story: http://www.divyahimachal.com/2018/08/%e0%a4%86%e0%a4%82%e0%a4%a7%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%a6-%e0%a4%85%e0%a4%ac-%e0%a4%b9%e0%a4%bf%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%9a%e0%a4%b2-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82/
Post a Comment