
एसएफआईका दो दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम रेवेले समाप्त हो गया है। छात्रों ने आखिरी दिन गंगा की लहरें एक्शन सांग को पेश कर सभागार में बैठे लोगों का मनोरंजन के साथ उन्हें किसान की दशा के बारे में भी बताया। इस सांस्कृतिक कार्यक्रम में छात्रों ने पूरे प्रदेश के जिलों के संस्कृति और परिवेश को दर्शकों के सामने प्रस्तुत किया। इससे पहले कार्यक्रम का शुभारंभ यूनिटी सांग के साथ हुआ। सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने नाटी पेश कर छात्रों को झूमने पर मजबूर कर दिया। छात्राें ने नाटी के माध्यम से जहां छात्रों को मनोरंजन किया वहीं हिमाचल की अलग-अलग बोलियां, पहनावे और संस्कृति से भी छात्रों को रूबरू करवाया। कार्यक्रम में शहर के मेयर संजय चौहान ने बतौर मुख्यतिथि शिरकत की। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि शिमला शहर में पानी के काम को भी निजी हाथाें में सौंपने का प्रयास किया गया था। जबकि उन्होंने इसका विरोध किया। उनका कहना है कि गिरि मामले में जो भी संलिप्त होगा, उसे जेल जाना होगा। शिमला नाटी के अलावा छात्रों ने लाहौली का गर्फी, किनौरी कायंग, सिरमौरी नाटी,...
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source: Dainik Bhaskar
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