Thursday, April 13, 2017

मधुमक्खियां लगाकर सेब में करें परागण

ठियोग  —  ठियोग सहित जिला के ऊपरी क्षेत्रों में इन दिनों मध्यम उंचाई वाले क्षेत्रों में सेब की फ्लावरिंग पीक पर है। बागबानी विशेषज्ञ के अनुसार यदि बागीचों में पोलेनेटर कम है तो परागण प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाती, जिस कारण सेब की फसल पर असर पड़ता है। इसलिए बागबानी विशेषज्ञ ने सलाह दी है कि यदि परागण प्रक्रिया को पूरा करना है तो मधुमखियों के बक्से ले जाकर बागीचों में लगाएं, जिससे परागण प्रक्रिया को पूरा किया जा सकता है। इन दिनों ठियोग के आसपास संधू, फागू मतियाना में काफी अधिक संख्या में मधुमक्खियोंं के बक्से आए हुए हैं, जिसे बागबान अपने बागीचों में लगा सकते हैं। ठियोग उद्यान प्रसार अधिकारी अनिल चौहान ने बताया कि परागण प्रक्रिया के लिए मधुमक्खियां बेहतर विकल्प हैं। उन्होंने बताया कि, जिन बागीचों में पोलेनेटर कम मात्रा में लगाए गए हैं उन्हें जरूर मधुमक्खियां लगानी चाहिए। बागबानी विशेषज्ञ की मानें तो सेब में फ्लावरिंग के बाद 48 घंटे तक तापमान सामान्य स्थिति में हो तो सेब की सेटिंग की अच्छी उम्मीद रहती है, लेकिन यदि इससे पहले तापमान में  गिरावट आ जाए तो यह हानिकारक माना जाता है। उन्होंने बताया कि सेब की अच्छी सेटिंग के लिए तापमान 15 डिग्री से अधिक होना चाहिए अन्यथा आसार कम बन पाते हैं। उन्होंने बताया कि इन दिनों ऊंचाई तथा मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सेब के पौधों में फ्लावरिंग पीक पर है और ऐसे में तापमान में उतार-चढ़ाव सेब के लिए ठीक नहीं । उन्होंने बताया कि यदि दिन के समय बारिश होती है और रात में मौसम साफ  रहता है तो यह भी हानिकारक है। क्योंकि रात के समय पाला गिरने से तापमान बेहद निचे गिर जाता है ।

स्टोन फ्रूट में हुई अच्छी सेटिंग

इस बार स्टोन फू्रट में अच्छी सेटिंग हो रही है। हालांकि फूल खिलने के समय इस पर भी बारिश हुई थी, लेकिन बावजूद इसके अच्छी सेंिटंग की खबरें आ रही है।

900 में मिल रहा मधुमक्खी का बक्सा

क्षेत्र में बाहर से आई मधुमक्खियों का एक बक्सा 900 से हजार तक मिल रहा है, जिसे फ्लावरिंग के बाद वापस करना होता है। पिछले साल की अपेक्षा इसके दाम में भी बढ़ोतरी हुई है।


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source: DivyaHimachal

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