बिलासपुर-हमीरपुर — मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को मुकदमा दर्ज करने से कौन रोक रहा है, परंतु इससे पहले उन्हें खुद पर लगे रिश्वत के इल्जामों का जवाब जनता को देना होगा। यह बात पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने घुमारवीं और भोरंज मंडल के भाजपा कार्यकर्ता सम्मेलन में कही। श्री धूमल ने कहा कि मुख्यमंत्री पद की आड़ में वीरभद्र सिंह खुद को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। यह शर्मनाक है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री को भ्रष्टाचार के आरोपों में सीबीआई अपने पास तलब कर रही है और वह अभी तक मुख्यमंत्री पद से चिपके हुए हैं। अगर उनमें जरा सी भी नैतिकता बची होती तो अब तक वह अपना त्यागपत्र दे चुके होते, परंतु तानाशाही और रजवाड़ाशाही में पनपे व्यक्ति को नैतिकता के तकाजे का क्या ज्ञान। उन्होंने कहा कि इस बार का लोकसभा चुनाव ऐतिहासिक होगा और यह देश का भविष्य तय करेगा। नरेंद्र मोदी की लहर के आगे कांग्रेस खुद घुटने टेक चुकी है और चुनावों से पूर्व ही हार मान चुकी है। कांग्रेस के खुद के सर्वे में भी कांग्रेस को केवल 70-80 सीटें मिल रही हैं। हिमाचल सहित पूरे देश में कांग्रेस का सफाया निश्चित है। कांग्रेसनीत संप्रग सरकार मात्र 50 दिनों की मेहमान रह गई है। मुख्यमंत्री सिंह पर पूर्वाग्रह की राजनीति का आरोप लगाते हुए प्रो. धूमल ने कहा कि मोदी की आंधी से वीरभद्र बुरी तरह डरे हुए हैं। मुख्यमंत्री अपने पर लग रहे भ्रष्टाचार के आरोपों से जनता का ध्यान बंटाने के लिए अपने राजनीतिक विरोधियों पर झूठे मुकदमे दर्ज कराने का दबाव डाल रहे हैं। विजिलेंस के अधिकारियों में उनके इस दबाव से बेचैनी और हड़कंप मचा हुआ है। इस अवसर पर कर्मदेव धर्माणी, राजेंद्र गर्ग और डा. श्याम बिहारी ने भी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस अवसर पर अल्पसंख्यक कल्याण बोर्ड के सदस्य जेडए भुट्टो समेत अन्य भी मौजूद रहे।
from Divya Himachal
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