विनोद भावुक, मंडी
कल तक जो जमीन बंजर थी, आज वहां शहतूत, आर्मिनिया, अनार, बान, बुरांस व अखरोट के पौधे फल देने लगे हैं। इतना ही नहीं रखाल, कराला व वाजा जैसे बहुमूल्य औषधीय पौधों की खेती भी उस जमीन पर कामयाबी से की जा रही है। यह सब पर्यावरण चेतना का अलख जगाने वाले निरक्षर किसान पूर्ण चंद की दो दशक की सतत साधना से संभव हुआ है।
मंडी जिला के चच्योट क्षेत्र की बाड़ा पंचायत के बाड़ा गाव निवासी पूर्ण चंद ने बंजर भूमि में पौधे लगाकर मिसाल कायम की है। घर के साथ लगती अपनी भूमि में तीन हेक्ट
source: Jagran
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