जागरण ब्यूरो, शिमला : गाय को मां का दर्जा मिलने के बावजूद वह सड़कों के किनारे खुले आसमान तले रातें गुजारने के लिए मजबूर है। गाय द्वारा दूध देना बंद करने के बाद पशु पालक उन्हें जंगलों व सड़क किनारे छोड़ रहे हैं। हालांकि प्रदेश सरकार ने गोसुरक्षा अधिनियम के तहत पशुओं को लावारिस छोड़ने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का प्रावधान किया है, मगर अभी तक इस अधिनियम के तहत किसी भी मामले में लाई कार्रवाई का विभाग के पास कोई ब्योरा ही नहीं है।
पशु पालकों द्वारा पशुओं को एक स्थान से दूसरे स्थान प
source: Jagran
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