क्रमांक 06/03 शिमला, 05 मार्च 2025
सफाई कर्मचारियों का हो कम से कम 10 लाख का जीवन बीमा - एम वेंकटेशन
राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष ने की बचत भवन में आयोजित बैठक की अध्यक्षता
जिला में सभी सफाई कर्मचारियों का कम से कम 10 लाख रुपये का जीवन बीमा अवश्य करवाएं ताकि इन कर्मचारियों के परिवारों को इसका लाभ मिल सके। यह बात भारत सरकार सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के अंतर्गत गठित राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष एवं कैबिनेट राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त एम वेंकटेशन ने आज शिमला के बचत भवन में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारियों को उनकी मूलभूत सुविधाएं प्रदान की जाए ताकि उनके कार्य में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न न हो। उन्होंने विभागीय अधिकारियों एवं आउटसोर्सिंग एजेंसी को सफाई कर्मचारियों की समस्याओं के निराकरण के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
एम वेंकटेशन ने कहा कि आयोग का उद्देश्य सफाई कर्मचारियों के सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान के लिए आवश्यक कदम उठाने तथा सफाई कर्मचारियों को वेतन, ईपीएफ तथा कार्य करने के लिए बेहतर सुविधाओं को सुनिश्चित करना है। इसी तर्ज पर सभी विभागीय अधिकारियों को भी कार्य करने की आवश्यकता है ताकि सफाई कर्मचारियों को उनके अधिकारों से वंचित न होना पड़े।
सफाई कर्मचारी एनएसकेएफडीसी के तहत ले सकते हैं 50 लाख तक का ऋण
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी वित्त एवं विकास निगम (एनएसकेएफडीसी) के अंतर्गत सफाई कर्मचारियों को 50 लाख रुपये तक का ऋण प्रदान करने की सुविधा है। इसके साथ ही इसमें सब्सिडी भी प्रदान की जाती है। यह ऋण स्वच्छता से जुड़े उपकरणों और वाहनों की खरीद के लिए लिया जा सकता है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को ऐसी योजनाओं की जानकारी कर्मचारियों को जागरूकता शिविर के माध्यम से अवगत करवाने के निर्देश दिए ताकि सफाई कर्मचारी ऐसी योजनाओं का लाभ ले सके।
सभी आउटसोर्स एजेंसियां सफाई कर्मचारियों के जारी करें पहचान पत्र
उन्होंने सभी आउटसोर्स एजेंसियों को सफाई कर्मचारियों के पहचान पत्र जारी करने के निर्देश दिए जिसमें उनका ईपीएफ व ईएसआई नंबर, ब्लड ग्रुप, आपातकालीन नंबर एवं इंश्योरेंस की जानकारी भी शामिल हो।
उन्होंने कहा कि सवैतनिक अवकाश तथा सफाई कर्मियों को नियमानुसार यूनिफॉर्म, जूते तथा सफाई की आवश्यक किट प्रदान की जानी चाहिए। नियोक्ता एजेंसी द्वारा सफाई कर्मियों का साल में एक बार अनिवार्य रूप से मास्टर हेल्थ चेकअप करवाया जाना चाहिए। इसके साथ-साथ सभी कर्मचारियों को बोनस भी दिया जाए। उन्होंने कहा कि कार्यस्थल पर महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न रोकने के लिए तथा शिकायतों के निवारण के लिए समिति बनाना सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि सवैतनिक अवकाश तथा सफाई कर्मियों को नियमानुसार यूनिफॉर्म, जूते तथा सफाई की आवश्यक किट प्रदान की जानी चाहिए। नियोक्ता एजेंसी द्वारा सफाई कर्मियों का साल में एक बार अनिवार्य रूप से मास्टर हेल्थ चेकअप करवाया जाना चाहिए। इसके साथ-साथ सभी कर्मचारियों को बोनस भी दिया जाए। उन्होंने कहा कि कार्यस्थल पर महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न रोकने के लिए तथा शिकायतों के निवारण के लिए समिति बनाना सुनिश्चित करें।
किसी भी शिकायत के लिए सफाई कर्मचारी 01124648924 पर कर सकते हैं सम्पर्क
आयोग के अध्यक्ष ने सफाई कर्मचारियों एवं यूनियन के पदाधिकारियों से उनकी समस्याओं को जाना तथा उनका समाधान करने के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की शिकायत के लिए सफाई कर्मचारी आयोग के नंबर 01124648924 पर सम्पर्क कर सकते हैं।
उपायुक्त अनुपम कश्यप ने आयोग के अध्यक्ष का शिमला आगमन पर स्वागत किया तथा उन्हें आश्वस्त किया कि आज जो भी दिशा निर्देश जारी किये गए हैं उन्हें अवश्य रूप से पूरा किया जाएगा ताकि सफाई कर्मचारियों को उनके सारे लाभ मिल सकें।
यह भी रहे उपस्थित
बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शिमला संजीव कुमार गांधी, अतिरिक्त उपायुक्त अभिषेक वर्मा, नगर निगम आयुक्त भूपेंद्र अत्रि सहित जिला स्तर के विभिन्न विभागों के अधिकारीगण एवं सफाई कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारी एवं सफाई कर्मचारी उपस्थित रहे।
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