सूखा खत्म…बर्फबारी

फाहों से खिल उठी हिल्सक्वीन,  इस साल के पहले हिमपात से छाई रौनक

शिमला  – शिमला में मंगलवार को विंटर सीजन का पहला हिमपात हुआ। शिमला के साथ-साथ ठियोग, कुफरी, फागू, नारकंडा और खड़ा पत्थर में भी ताजा हिमपात हुआ है। जिला शिमला में लंबे ड्राई स्पैल के बाद हुई बारिश-बर्फबारी से सूखे की मार झेल रहे किसानों-बागबानों  के चेहरे खिल गए हैं। वहीं विंटर  सीजन में मंदी की मार झेल रहे पर्यटन कारोबारियों के चेहरों पर भी रौनक लौट आई है। जिला शिमला में मंगलवार का सुबह से ही मौसम के तेवर बदले दिखे। दोपहर तक आसमान में काले बादल घिरे रहे और शीतलहर का प्रकोप जारी रहा। शिमला में तीन बजे के करीब बर्फबारी शुरू हुई। शिमला के साथ-साथ खड़ा पत्थर, ठियोग, नारकंडा, फागू, कुफरी में भी बर्फबारी हुई जिसको  देखकर हर वर्ग को चहकते हुए देखा गया। खासतौर पर किसानों व बागवानों ने राहत की सांस ली है। शिमला के कुछ स्थानों पर 11-12 दिसंबर को बारिश व हल्की बर्फबारी हुई थी। इसके बाद जिला में ड्राई  स्पैल चल  रहा है। लंबा ड्राई स्पैल चलने से सेब सहित रबी की फसल पर संकट पैदा हो गया था। मगर मंगलवार को आसमान से बरसी राहत की फुहारों व फाहों  ने किसानों को अब चिंता मुक्त दिया है। शिमला में खबर लिखे जाने तक रूक-रूक बारिश-बर्फबारी का क्रम जारी था।

सैलानियों ने जमकर की मस्ती

शिमला में लोगों  ने पहली बर्फबारी का खुली बाहों से स्वागत किया। स्थानीय लोगों सहित शिमला में मौजूद सैलानियों ने भी बर्फ में जमकर मौज मस्ती की। सैलानियों ने उक्त पलों को अपने कैमरों में कैद कर इन्हें यादगार बना लिया।

शीत लहर का प्रकोप बढ़ा

मौसम में आई करवट से शिमला जिला में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। शिमला का न्यूनतम तापमान लुढ़ककर 1.0 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। जबकि बीते दिनों शिमला में न्यूनतम तापमान आठ से नौ डिग्री तक पहुंच गया था।

…अब जान आई

जिला में लंबे ड्राई स्पैल चल रहा है था। ऐसे में आसमान से बरसी राहत की फुहारें सेब सहित  रबी की फसल के लिए संजीवनी का काम करेगी। बारिश के बाद अब बागबान बागीचों में ठप पड़े विकास कार्य शुरू कर पाएंगे और बागीचों में नए पौधे भी लगा पाएंगे।  इसके साथ ही यहां पर अब होटल कारोबारियों के चेहरों पर भी रौनक आ गई है।


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