Monday, May 1, 2017

नेरवा-कुपवी स्कूल को मिला आदर्श विद्यालय का दर्जा

नेरवा/चौपाल – चौपाल विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल नेरवा व कुपवी को आदर्श विद्यालय का दर्जा मिलने से न केवल इन स्कूलों की पूरे प्रदेश में पहचान बनेगी, अपितु यहां शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्रों को उच्च गुणवत्ता युक्त शिक्षा मिलेगी व इन क्षेत्रों के छात्रों को अच्छी शिक्षा की तालाश में महंगे स्कूलों का रुख भी नहीं करना पड़ेगा। गौरतलब है कि अभी हाल ही में इन दोनों स्कूलों को आदर्श विद्यालय घोषित कर इसकी अधिसूचना जारी हो चुकी है। नेरवा स्कूल को, जहां अपर शिमला के सबसे पुराने स्कूलों में से एक होने का गौरव प्राप्त है, वहीं कुपवी स्कूल प्रदेश के पिछड़े क्षेत्र में स्थित है। नेरवा स्कूल रियासत काल में 1941 में प्राथमिक स्कूल के  रूप में अस्तित्व में आया। देवी सिंह नेगी इसके पहले शिक्षक थे। 1951 में इसे माध्यमिक स्कूल व 1962 में इस स्कूल को स्तरोन्नत कर उच्च विद्यालय का दर्जा दिया गया। वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल का दर्जा हासिल करने के लिए इस स्कूल को 34 साल का लंबा इंतजार करना पड़ा व 1996 में इस स्कूल को यह दर्जा मिला। 76 साल के सफर के बाद इस स्कूल को आदर्श विद्यालय बनने का गौरव प्राप्त हुआ है। वहीं विधानसभा क्षेत्र के तहत यह दर्जा प्राप्त करने वाले एक अन्य विद्यालय कुपवी ने 1958 में प्राथमिक स्कूल के रूप में अपना सफर आरंभ कर 59 साल बाद यह उपलब्धि हासिल की है। कुपवी स्कूल को 1968 में माध्यमिक, 1972 में उच्च व 1989 में वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला का दर्जा मिला। इन दोनों स्कूलों को आदर्श विद्यालय का दर्जा मिलने से सरकार द्वारा विभिन्न गतिविधियों के लिए अतिरिक्त राशि जारी की जाएगी। जैसे कि खेल गतिविधियों, प्रयोगशाला, विकास गतिविधियों, पुस्तकालय, अध्ययन कक्ष व कई अन्य गतिविधियों में खर्च किया जाएगा। बताते चलें कि तत्कालीन जुब्बल रियासत के तहत आने वाले नेरवा स्कूल का इतिहास काफी गौरवान्वित रहा है। इस स्कूल से कई ऐसी विभूतियां निकली हैं, जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में नेरवा ही नहीं हिमाचल का नाम भी रोशन किया है। इनमें पूर्व शिक्षा मंत्री राधा रमण शास्त्री, शिमला नगर निगम के प्रथम महापौर आदर्श सूद, कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर से सेवानिवृत्त कृषि वैज्ञानिक डा. ओम प्रकाश सूद, राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित पूर्व प्रधानाचार्य जय लाल लोथटा, राज्य स्तरीय पुरस्कार प्राप्त मस्त राम नेगी, शिक्षा के क्षेत्र में कई आयाम स्थापित कर चुके पूर्व अध्यापक राय सिंह तंगड़ाईक, ओम प्रकाश दफराइक, पद्म सिंह कालथा, प्रदेश शिक्षा बोर्ड की दसवीं की परीक्षा में प्रदेश में प्रथम आने वाले बहन-भाई रमा व अश्वनी लोथटा एवं इस स्कूल के प्रधानाचार्य केवल राम प्रमुख हैं। स्कूल को यह दर्जा दिलाने में स्कूल के प्रधानाचार्य केवल राम की अहम भूमिका रही है। उन्होंने इस स्कूल को अच्छे निजी स्कूलों के मुकाबले में खड़ा कर स्कूल को इस मुकाम पर पहुंचाया है।

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source: DivyaHimachal

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