
पुण्यतिथि पर ठियोग में गोष्ठी का आयोजन ठियोग| मधुकरभारती की तीसरी पुण्यतिथि की पूर्वसंध्या पर ठियोग में उनकी बनाई साहित्यिक संस्था सर्जक ने कविता पाठ का आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। 2015 में एक मई की शाम हो मधुकर ने संसार से विदा ली थी। इस मौके पर एकत्र सर्जक के सदस्यों ने उन्हें याद करते हुए स्मृतियों को साझा किया। शिमला से आए कुलराजीव पंत ने मधुकर के सानिध्य में गुजरे क्षणों को याद किया। उन्होंने शिमला में मधुकर के शुरुआती दिनों की बातें बताईं। सर्जक के अन्य सदस्यों ने भी मधुकर के विचारों, कविता के प्रति उनकी लगन और नए लेखकों के लिए उनकी प्रेरणापूर्ण बातों का जिक्र किया। पहाड़ों के ग्रामीणों की कठिनाइयों से लेकर पूरे विश्व की समस्याओं को लेकर मधुकर के नजरिए पर भी चर्चा हुई। लोक विधाओं परंपराओं को लेकर भारती के कार्यों को भी याद किया गया। उनकी कई कविताओं का पाठ भी इस अवसर पर किया गया। इस अवसर पर कई कवियों ने अपनी कविताएं सुनाईं, जिनमें विक्रम मुसाफिर, ओम भारद्वाज, रतनचंद निर्झर, ब्रह्मानंद देवरानी, नरेश देवग, अरुणजीत ठाकुर, मोहन साहिल, पवन...
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source: Dainik Bhaskar
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