जागरण संवाद केंद्र, शिमला
सावन का संदेस मिला जब
महक उठी पुरवाई
बूंदों ने छेड़ी है सरगम रुत ने ली अंगड़ाई ... सावन का नाम सुनते ही मन प्रफुल्लित हो उठता है चारों ओर फैली हरियाली के बीच मेहंदी की महक से मन विभोर हो उठता है वहीं सावन के झूलों की याद आना स्वभाविक है। जगह-जगह अदभुत दृश्य मानों प्रकृति में अदभुत छटा बिखेरते हुए किसी ने रंग भर दिए हैं। प्रकृति के सौंदर्य के साथ-साथ सावन माह का धार्मिक महत्व भी है। हिंदू कैलेंडर के बारह महीनों में से सावन का महीना अपनी
source: Jagran
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