बिलासपुर — फोन टैपिंग मामले पर अगर कांग्रेस सरकार ने उचित कदम नहीं उठाया तो हिलोमो न्यायालय जाने पर विवश होगी। यह शब्द हिमाचल लोक मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व विधायक केडी धर्माणी, हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के प्रवक्ता केश पठानिया, पूर्व विधायक केके कौशल व बिलासपुर के जिलाध्यक्ष दौलत राम शर्मा ने संयुक्त बयान में कहे। उन्होंने अवैध रूप से की गई फोन टैपिंग की निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ तुरंत एफआईआर दर्ज करवाने की मांग की है। उन्हांेने कहा कि यह मामला बहुत गंभीर है, इसलिए सरकार को भी इसी गंभीरता के तहत दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। उन्हांेने कहा कि अगर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई तो जनहित में याचिका दायर की जाएगी। उन्हांेने कहा कि पूर्व सरकार ने आंतरिक हस्तक्षेप किया है, जो कि कानून व्यवस्था व सत्ता का दुरुपयोग है। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाकर पक्के सबूतों के आधार पर तुरंत पुलिस में मामला दर्ज करवाना चाहिए, ताकि हकीकत लोगों के सामने आ सके। उन्होंने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से यह भी मांग की है कि इस मामले की सभी साक्ष्यों को नष्ट न करके केस प्रापर्टी मानकर सुरक्षित रखा जाए। उन्हांेने कहा कि वीरभद्र सरकार को बने लगभग तीन महीने हो गए हैं, लेकिन चुनावी वादे के अनुसार आज तक एसआईटी का गठन नहीं किया गया है, जिससे प्रतीत हो रहा है कि वर्तमान कांग्रेस सरकार भ्रष्टाचार को मिटाने के लिए गंभीर नहीं है।
source: DivyaHimachal
Full Story at: http://www.divyahimachal.com/himachal/bilaspur-news/%e0%a4%ab%e0%a5%8b%e0%a4%a8-%e0%a4%9f%e0%a5%88%e0%a4%aa%e0%a4%bf%e0%a4%82%e0%a4%97-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a5%80-%e0%a4%8f%e0%a4%ab%e0%a4%86%e0%a4%88%e0%a4%86/
Post a Comment